वड़ोदरा, गुजरात के हड्डी रोग विशेषज्ञ और रोबोटिक सर्जन डॉ व्रजेश शाह शनिवारऔर रविवार दिनांक १६ और १७ अक्टूबर, 2021,  भोपाल आए थे। वह इंडियन ओर्थोपेडिक एसोसिएशन मध्य प्रदेश चैप्टर द्वारा आयोजित हड्डी रोग विशेषज्ञों के प्रशिक्षण की कार्यशाला में भाग लेने आए थे।

वड़ोदरा, गुजरात के डॉ व्रजेश शाह ने हड्डी रोग विशेषज्ञों की कॉन्फ्रेंस (कार्यशाला) में रोबोटिक सर्जरी के बारे में बताया। रोबोटिक सर्जरी घुटना बदलने (रिप्लेसमेंट) के मामले में क्रांतिकारी बदलाव है। इस सर्जरी के द्वारा  बदला हुआ घुटना सामान्य सर्जरी के मुकाबले पाँच साल ज्यादा यानी करीब 20 साल तक चल जाता है। इससे  मरीज़ के घुटने का स्वरूप, आकार और सिधाई (Alignment), ठीक उसी तरह से हो जाता है जैसा कि 25-40 साल की उम्र में एक युवक का होता है। इससे वह व्यक्ति सभी सामान्य काम कर सकता है। यह बात ‘नवदुनिया’ से बातचीत में वड़ोदरा के हड्डी रोग विशेषज्ञ और रोबोटिक सर्जन डॉ व्रजेश शाह ने कही। वह भोपाल में चल रही इंडियन ओर्थोपेडिक एसोसिएशन मप्र चैप्टर द्वारा आयोजित हड्डी रोग विशेषज्ञों के प्रशिक्षण की कार्यशाला में  प्रशिक्षक के नाते भाग लेने आए थे।

उन्होंने बताया कि कंप्यूटर से पूरा प्रोग्राम बना दिया जाता है। इसी के अनुरूप रोबोट काम करता है। इसमें सामान्य सर्जरी के मुकाबले दो इंच चीरा कम लगता है। उन्होंने बताया कि सामान्य सर्जरी में पैरका टेढ़ापन दो से तीन डिग्री रहता है, जबकि रोबोटिक सर्जरी में 0.5 डिग्री से कम रहता है। याने हम ऐसा बोल सकते है के जवानी का घुटना वापिस मिलजाता है।

 

डॉ व्रजेश शाह ने वायरोक हॉस्पीटल में ५००० से ज्यादा घुटना प्रत्यारोपण तथा पिछले १ साल में ५०० से ज्यादा रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किये है।रोबोटिक टेक्नोलोजी और NKR टेक्निक के समन्वय से मरीजों को बहुत बढ़िया परिणाम मिल रहे है। घुटने की हड्डी, लिगामेंट मसल्स को काटे बिना सर्जेरी होने से दर्द कम होता है। ज्यादातर केसमे खून की जरुरत नहीं होती। मरीज ऑपरेशन के दिन ही चल और सीढिया चढ़-उतर सकता है। मरीजको दूसरे दिन अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। मरीज को सबसे ज्यादा ख़ुशी अपना नैचरल घुटना वापस मिलनेकी होती है।

 

रोबोटिक टेक्नोलॉजी के अभूतपूर्व परिणाम को देख सभी उपस्थित ४० से ज्यादा ऑर्थोपेडिक सर्जन हड्डी रोग विशेषज्ञोंने यह सिखने के लिए उत्साह दिखाया। डॉ व्रजेश शाह के डेमोंस्ट्रेशन के बाद कई उत्सुक हड्डी रोग विशेषज्ञोंने (सर्जन) वड़ोदरा आकर  वायरोक हॉस्पिटल में विशेष प्रशिक्षण लेने की इच्छा व्यक्त की।

भोपाल “ऐइम्स होस्पिटल” के विशेष निमंत्रण पर डॉ व्रजेश शाह

सोमवार दिनांक १८ अक्टूबर को भोपाल “ऐइम्स होस्पिटल” के विशेष निमंत्रण पर डॉ व्रजेश शाह द्वारा हड्डीरोग निष्णातों को घुटना प्रत्यारोपण और रोबोटिक टेक्नोलॉजी और NKR तकनीक के बारेमे प्रशिक्षित किया। तथा प्रश्नोत्तरी द्वारा शंका समाधान भी किया गया।

रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के बारेमे मरीजों द्वारा साझा किये कुछ गूगल रिव्यू:

मैं वायरोक होस्पिटल से पूरी तरह संतुष्ट हूं और डॉ व्रजेश शाह रोबोटिक नेचुरल नी रिप्लेसमेंट (घुटना प्रत्यारोपण) ऑपरेशन के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं। उनका प्रशासनिक, नर्सिंग और स्वीपर स्टाफ भी सहयोगी है। वे भारत में सर्वोत्कृष्ट हैं।                                    शैलेश पाठक (गूगल रिव्यू )

रोबोटिक नेचुरल नी रिप्लेसमेंट (घुटना प्रत्यारोपण) तकनीक के लिए वायरोक होस्पिटल गुजरात की एकमात्र हॉस्पिटल है। मेरा ऑपरेशन करने के लिए डॉ व्रजेश शाह को कोटि कोटि धन्यवाद।                                                                                             शारदा वोरा (गूगल रिव्यू )

मैं डॉ. व्रजेश शाह का बहुत बहुत आभारी हूं। जिन्होंने मेरी सर्जरी रोबोटिक नेचुरल नी रिप्लेसमेंट (घुटना प्रत्यारोपण) का ऑपरेशन किया, और साथमे सभी कर्मचारियों को भी धन्यवाद ।                                                                                                              अलका पटेल (गूगल रिव्यू )